दो सरदार बारमें गए, दोनोंनेभी एक एक ड्रींक मंगाया. वे बारमें एक जगह बैठ गए और जोरजोरसे चिल्लाकर चिअर्स करते हूए '51 दिन ... 51 दिन ' ऐसा कहते हूए खुशीया जाहिर करने लगे. लगभग 5 मिनट बाद और एक सरदार अंदर आ गया, उसनेभी एक ड्रींग मंगाया और उन दोनोके चिअर्स करने और खुशीयां जाहिर करनेमें शामिल हो गया.
आखिर और एक सरदार कुछ तस्वीर जैसा कुछ लेकर आ गया. उसने वह तस्वीरजैसी चिज टेबलपर एकदम बिचोबिच रख दी और उन सबके चिअर्स और खुशीया जाहीर करनेमे शामिल हो गया. ' हे 51 दिन ... 51 दिन '
उनका यह चिल्लाना देखकर बारटेंडरकाभी कौतूहल जागृत हो गया. इसलिए वह उनके टेबलके पास जाकर देखने लगा तो टेबलपर बिचोबिच रखी हुई वह तस्वीर दुसरा कुछ ना होकर एक पहेली थी.
'' आप लोग यह क्या कर रहे हो ?'' उस बारटेंडरने उस सरदारजींसे पुछा.
'' वह क्या है ना की ... '' एक सरदार बोलने लगा, '' सबको लगता है की सारे सरदार बेवकुफ होते है, हमने उन्हे गलत साबित किया है ''
'' वह कैसे ?'' बारटेंडरने पुछा.
'' देखो इस पहेलीपर 2 से 4 साल ऐसा लिखा हुवा है, लेकिन हमने यह पहेली सिर्फ 51 दिनमें सुलझाई. ''
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