एक दिन दर्द ने दौलत से कहा:-- "तुम कितनी खुशनसीब हो हर कोइ तुम्हे पाने की कोशिश करता है और में इतना बदनसीब की हर कोइ मुझसे दूर जाने की कोशिश करता है "
दौलत बोली:-- "खुशनसीब तो तुम हो जिसको पा कर लोग अपनों को याद करते है, बदनसीब तो मैं हू जिसको पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते है".....
दौलत बोली:-- "खुशनसीब तो तुम हो जिसको पा कर लोग अपनों को याद करते है, बदनसीब तो मैं हू जिसको पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते है".....
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