एक रईसजादी ने दो घोड़े खरीदे। उन दोनों घोड़ों की अलग-अलग पहचान के लिए क्या किया जाए? इसके
लिए उसने अपने पड़ोसी से पूछा। पड़ोसी ने सुझाया कि एक घोड़े की पूँछ काट दो।
उसने पूँछ काट दी, लेकिन दूसरे दिन दूसरे घोड़े की पूँछ एक झाड़ी में फँस गई और काटनी पड़ी। अब दोनों घोड़े पूँछ कटे हो गए थे। फिर पहचान की समस्या आ खड़ी हुई। उसने फिर पड़ोसी से राय ली।
पड़ोसी ने कहा कि एक घोड़े का एक कान काट दो, लेकिन दूसरे दिन दूसरे घोड़े का कान खेत के चारों तरफ लगी तार फेंसिंग में उलझ कर कट गया।
उसने सुझाया कि उनकी ऊँचाई नाप लो। रईसजादी ने घोड़ों की ऊँचाई नापकर पड़ोसी को बताई- ‘सफेद घोड़ा काले घोड़े से दो इंच ऊँचा है।
लिए उसने अपने पड़ोसी से पूछा। पड़ोसी ने सुझाया कि एक घोड़े की पूँछ काट दो।
उसने पूँछ काट दी, लेकिन दूसरे दिन दूसरे घोड़े की पूँछ एक झाड़ी में फँस गई और काटनी पड़ी। अब दोनों घोड़े पूँछ कटे हो गए थे। फिर पहचान की समस्या आ खड़ी हुई। उसने फिर पड़ोसी से राय ली।
पड़ोसी ने कहा कि एक घोड़े का एक कान काट दो, लेकिन दूसरे दिन दूसरे घोड़े का कान खेत के चारों तरफ लगी तार फेंसिंग में उलझ कर कट गया।
उसने सुझाया कि उनकी ऊँचाई नाप लो। रईसजादी ने घोड़ों की ऊँचाई नापकर पड़ोसी को बताई- ‘सफेद घोड़ा काले घोड़े से दो इंच ऊँचा है।
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